बतकही/फतेहपुर; उत्तर प्रदेश (UP News) के फतेहपुर (Fatehpur News) में बरमतपुर गांव (Barmatpur Village News) में एक दलित दिव्यांग दंपती का आशियाना गिराए जाने के मामले ने राजनीतिक तूल पकड़ लिया है। इस संवेदनशील मुद्दे पर शासन से लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक का ध्यान केंद्रित हो चुका है। मामले में SDM अर्चना अग्निहोत्री को निलंबित कर दिया गया है। अब अन्य अधिकारियों की भूमिका की भी जांच हो रही है।
क्या है पूरा मामला?
21 जुलाई 2025 को बिंदकी विधायक जय कुमार सिंह ‘जैकी’ ने अनुसूचित जाति एवं जनजाति आयोग के अध्यक्ष बैजनाथ रावत को पत्र लिखकर शिकायत की थी कि बरमतपुर गांव में रहने वाले दलित दिव्यांग अनिल कुमार और उनकी पत्नी महारजिया का घर बिना किसी पूर्व सूचना के प्रशासन द्वारा ढहा दिया गया। विधायक ने सीधे तौर पर सदर SDM पर पक्षपातपूर्ण और अन्यायपूर्ण कार्रवाई करने का आरोप लगाया।
आयोग के अध्यक्ष ने किया स्थलीय निरीक्षण
22 जुलाई को अनुसूचित जाति व जनजाति आयोग के अध्यक्ष बैजनाथ रावत ने स्वयं गांव का दौरा किया। पीड़ित परिवार से मुलाकात की। उन्होंने प्रशासन की कार्रवाई पर नाराजगी जताई और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की बात कही।
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मुख्यमंत्री से भी की गई शिकायत
इसके बाद विधायक जैकी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर पूरा मामला रखा और न्याय की मांग की। सीएम के हस्तक्षेप के बाद, शासन ने 24 जुलाई को SDM अर्चना अग्निहोत्री को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया।
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अब अन्य अधिकारी पर भी कार्रवाई की मांग
SDM के निलंबन के बाद अब सवाल उठ रहे हैं उस अधिकारी पर, जिसने मकान गिराने का आदेश दिया था। राजनीतिक दलों और सामाजिक संगठनों ने अब उस अधिकारी पर भी कार्रवाई की मांग तेज कर दी है।