बतकही/मथुरा; कान्हा की नगरी मथुरा के वृंदावन (Vrindavan News) में संत प्रेमानंद जी महाराज से मिलने एक 18 वर्षीय युवती पहुंची। उसने अपनी जिंदगी की कड़वी सच्चाइयों को साझा किया। युवती ने खुलकर स्वीकार किया कि वह नशे की लत में इस कदर फंस चुकी थी कि खुद को और अपनों को पहचानना तक भूल गई थी।
अपनी व्यथा सुनाते हुए उसने बताया कि नशे की गिरफ्त में आकर उसने अपनी दादी के गहने तक बेच डाले। इतना ही नहीं, वह अपनी दादी को नशे की गोलियां देकर बेहोश कर देती थी। ताकि, अपने पुरुष मित्र को घर बुला सके।
युवाओं की गुमराह होती पीढ़ी
Real story of youth transformation
युवती की इस स्थिति की जानकारी जब उसके माता-पिता को हुई तो उन्होंने उससे सारे संबंध तोड़ लिए। मां-बाप की दूरी और नशे की लत ने उसे गहरे अवसाद में धकेल दिया। लेकिन, अब वह बदलाव की राह पर चलना चाहती है। उसी आशा के साथ वह संत प्रेमानंद जी महाराज के पास आई है।
संत प्रेमानंद महाराज प्रेरणा
Sant Premanand Maharaj advice
प्रेमानंद जी महाराज ने उसकी बातों को गंभीरता से सुना। पहले आश्चर्य जताया और फिर करुणा के साथ कहा, “बेटी, अगर तुम सच में बदलना चाहती हो, तो यही संकल्प तुम्हारे पुनर्जन्म की पहली सीढ़ी है। अगर मन में परिवर्तन की आग जल रही है, तो दुनिया की कोई ताकत तुम्हें रोक नहीं सकती।”
अवसाद और नशे से बाहर कैसे आएं
Drug rehabilitation through spirituality
संत प्रेमानंद महाराज (Vrindavan News Today) ने युवती को कुछ आवश्यक संकल्प लेने की सलाह दी:
- नशे का पूर्ण रूप से त्याग।
- विवाह से पूर्व किसी भी तरह के शारीरिक संबंध से दूरी।
- नियमित नाम जप, जिससे आत्मबल और मानसिक स्थिरता प्राप्त हो सके।
यह भी पढ़ेंः- UP Industrial Push: योगी सरकार के इस फैसले से यूपी में रोजगार की लगेगी झड़ी, 190 करोड़ का पैकेज मंजूर
संतों की शरण में परिवर्तन
Spiritual guidance for youth
उन्होंने यह भी कहा कि आज के समय में युवा वर्ग तेजी से दिशाहीनता की ओर बढ़ रहा है। जो कि अत्यंत चिंताजनक है। ऐसे में माता-पिता और परिवार के अन्य सदस्यों की जिम्मेदारी बनती है कि वे अपने बच्चों के व्यवहार और संगत पर सतर्क निगाह रखें।
युवाओं की गुमराह होती पीढ़ी
Teenage depression and addiction
यह घटना केवल एक युवती की नहीं, बल्कि समाज को सचेत करने वाला एक आईना है कि कैसे नशा, अकेलापन और गलत संगत युवा जीवन को तबाह कर सकता है। लेकिन, उम्मीद अब भी जिंदा है। जब संकल्प और सद्गुरु का मार्गदर्शन साथ हो।
यह भी पढ़ेंः- ITR Filing 2026: ITR कैसे फाइल करें? जरूरी डॉक्यूमेंट्स और अहम बातें, जानें प्रक्रिया… हर जरूरी बात