NIA Arrested Drone Supplier: नक्सलियों का ड्रोन सप्लायर धरा गया, चौंकाने वाले नेटवर्क का खुलासा; युद्ध का ऐलान!

NIA Arrested Drone Supplier (Source;-@NIA_India)

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने प्रतिबंधित नक्सली संगठन सीपीआई (माओवादी) के उत्तर क्षेत्रीय ब्यूरो को दोबारा सक्रिय करने की साजिश के तहत एक और बड़े आरोपी को दक्षिणी दिल्ली से गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपी की पहचान उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh Naxalite news) के मथुरा निवासी विशाल सिंह (मथुरा से नक्सली गिरफ्तारी) के रूप में हुई है। यह माओवादी नेताओं को ड्रोन सप्लाई (NIA Arrested Drone Supplier) करता था।

नक्सली ड्रोन सप्लायर
Drone supplier arrested by NIA

जांच के दौरान एनआईए को पता चला कि विशाल सिंह ने बिहार के छकरबंदा/पंचरुखिया वन क्षेत्र में माओवादी नेताओं को ड्रोन उपलब्ध कराए थे। ये ड्रोन हिंसक राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में इस्तेमाल किए जाने थे। इसके अलावा विशाल ने अन्य नक्सली कैडरों को तकनीकी प्रशिक्षण भी दिया और वर्ष 2019 में बिहार के घने जंगलों में केंद्रीय समिति के सदस्यों के साथ बैठकों में भाग भी लिया था।

विशाल सिंह गिरफ्तारी
Vishal Singh Maoist arrest

एनआईए ने विशाल के ठिकानों पर छापा मारकर उसके पास से मोबाइल फोन, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और अन्य आपत्तिजनक सामग्री बरामद की है।

एनआईए गिरफ्तारी 2025
NIA arrest 2025

इस मामले की जड़ें अगस्त 2023 से जुड़ी हैं, जब उत्तर प्रदेश एटीएस ने बलिया से तारा देवी, लल्लू राम, सत्य प्रकाश, राममूरत और विनोद साहनी नामक पांच नक्सलियों को गिरफ्तार किया था। मामले की गंभीरता को देखते हुए इसकी जांच एनआईए को सौंपी गई थी।

यूपी में नक्सली नेटवर्क
CPI Maoist urban network

एनआईए ने जांच को आगे बढ़ाते हुए अगस्त 2024 में हरियाणा से अमन सिंघल को गिरफ्तार किया। यह हरियाणा-पंजाब राज्य आयोजन समिति का प्रमुख था। अमन से मिली जानकारियों के आधार पर विशाल सिंह को भी गिरफ्तार किया गया।

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सीपीआई माओवादी नेटवर्क
CPI Maoist drone network

एनआईए की रिपोर्ट के अनुसार, माओवादी संगठन का यह नेटवर्क उत्तर भारत के यूपी, उत्तराखंड, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश में फिर से प्रभाव बढ़ाने की योजना पर काम कर रहा था। इसके लिए भूमिगत कैडरों और ओवर ग्राउंड वर्कर्स (OGW) के माध्यम से शहरी क्षेत्रों में युवाओं की भर्ती की जा रही थी।

भारत में माओवादी साजिश
Naxal drone conspiracy India

संगठन द्वारा कुछ फ्रंटल संगठनों और छात्र इकाइयों के माध्यम से सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ने की साजिश भी रची जा रही थी। इस नेटवर्क को झारखंड स्थित ईस्टर्न रीजनल ब्यूरो से आर्थिक मदद मिल रही थी।

पूर्वांचल में माओवादी गतिविधियां
Maoist activities in Purvanchal

यूपी एटीएस की जांच में यह भी सामने आया था कि सीपीआई (माओवादी) की केंद्रीय समिति के पूर्व प्रमुख संदीप यादव उर्फ रूपेश की मौत के बाद प्रमोद मिश्रा उर्फ बुढऊ ने पूर्वांचल में एक एडहॉक कमेटी का गठन किया था। इस कमेटी के माध्यम से बलिया निवासी संतोष वर्मा उर्फ मंतोष के नेतृत्व में महिला और पुरुषों की भर्ती की जा रही थी।

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नक्सली ड्रोन ट्रेनिंग
Naxal drone training India

संगठन का मकसद पूर्वांचल के विभिन्न जिलों में चल रहे सरकार विरोधी आंदोलनों को सशस्त्र संघर्ष में तब्दील करना था। इसके लिए कुछ युवाओं को जंगल में ले जाकर नक्सली प्रशिक्षण भी दिया गया।

एनआईए जांच अपडेट
NIA investigation CPI Maoist

एनआईए इस पूरे नेटवर्क की गहनता से जांच कर रही है। अन्य संभावित आरोपियों की तलाश जारी है।

https://x.com/NIA_India/status/1936766571310964967

Source:- https://www.amarujala.com/lucknow/up-nia-arrested-a-mathura-youth-who-supplied-drones-to-naxalite-leaders-2025-06-22