उत्तर प्रदेश (UP News) के फतेहपुर (Fatehpur News) में 5336 दिव्यांग बच्चे रजिस्टर्ड हैं। इन्हें पढ़ाने के लिए 476 विशिष्ट शिक्षकों की जरूरत है। जबकि, अभी तक सिर्फ 45 शिक्षक ही नियुक्त हैं। इस वजह से बच्चे अनिवार्य शिक्षा अधिनियम (RTE Act) के अधिकार से वंचित हो रहे हैं। बच्चों को अनिवार्य शिक्षा से वंचित होता देख हाईकोर्ट ने इसका संज्ञान लिया है।
हाईकोर्ट के आदेश पर क्रियान्वयन हुआ तो फतेहपुर को 431 स्पेशल एजुकेटर (Special Educator) मिलेंगे। जल्द ही इन पदों के लिए भर्ती शुरू होगी। शिक्षक मिलने के बाद दिव्यांग बच्चों को अनिवार्य शिक्षा अधिनियम का अधिकार मिलना शुरू हो जाएगा।
फतेहपुर में कितने दिव्यांग बच्चे रजिस्टर्ड हैं
How many disabled children are registered in Fatehpur
जिले में 6 से 14 साल तक के कुल 5336 दिव्यांग बच्चे हैं। इनमें से प्राथमिक स्तर के 3602 और उच्च प्राथमिक स्तर के 1734 दिव्यांग बच्चे हैं। इन्हें पढ़ाने के लिए कुल 45 स्पेशल एजुकेटर नियुक्त हैं। इनमें से 40 एजुकेटर सर्व शिक्षा और 5 पीएमश्री योजना के तहत नियुक्त हैं।
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4886 बच्चे अनिवार्य शिक्षा अधिनियम से वंचित
नियमों की बात करें तो एक स्पेशल एजुकेटर पर 10 बच्चों को पढ़ाने का प्रावधान है। ऐसे में 45 स्पेशल एजुकेटर सिर्फ 450 दिव्यांग बच्चों को ही पढ़ा पा रहे हैं। ऐसे में 4886 बच्चे अनिवार्य शिक्षा अधिनियम (RTE Act News) से वंचित हो रहे हैं। अब हाईकोर्ट ने इसका संज्ञान लिया है।
हाईकोर्ट ने स्पेशल एजुकेटरों की नियुक्ति का आदेश जारी किया
High Court issued order for appointment of special educators
हाईकोर्ट ने दिव्यांग बच्चों को पढ़ाने के लिए मानक के अनुरूप शिक्षकों की नियुक्ति करने का आदेश जारी किया है। मानक के अनुरूप शिक्षकों की नियुक्ति हो जाने से बच्चों को बेहतर शिक्षा मिल सकेगी। हालांकि इसका संज्ञान पहले ही सरकार और उसके जिम्मेदारों को लेना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। अब हाईकोर्ट ने आदेश जारी किया है।
स्पेशल एजुकेटर नियुक्ति के मानक क्या हैं?
What are standards for hiring special educator?
स्पेशल एजुकेटर नियुक्ति के मानकों की बात करें तो प्राथमिक स्तर पर 10 दिव्यांग बच्चों को पढ़ाने के लिए एक स्पेशल एजुकेटर होता है। जबकि, उच्च प्राथमिक स्तर पर एक स्पेशल एजुकेटर के 15 बच्चों को पढ़ाने का प्रावधान है। ऐसे में जिले में प्राथमिक स्तर पर 360 और उच्च प्राथमिक स्तर पर 116 स्पेशल एजुकेटरों की जरूरत है।
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दिव्यांग बच्चों को शिक्षा का अधिकार मिल जाएगा
डीसी समेकित शिक्षा अरुण मिश्रा ने एक अखबार से बातचीत में बताया कि जिले में कुल 5336 दिव्यांग बच्चे हैं। इन्हें पढ़ाने के लिए कुल 45 स्पेशल एजुकेटर नियुक्त हैं। यदि मानक के अनुरूप भर्ती होती है, तो दिव्यांग बच्चों को शिक्षा का अधिकार मिल जाएगा। वह समाज की मुख्य धारा से जुड़ सकेंगे।
Source: https://epaper.amarujala.com/fatehpur/20250512/08.html?format=img&ed_code=fatehpur



